ऋषि मिशन न्यास एक वैचारिक आंदोलन है, इससे प्रत्येक व्यक्ति जुड़ सकता है व इसका सदस्य बन सकता । मिशन का मुख्य उद्देश्य मानव का चरित्रवान निर्माण करना है।
ऋषि मिशन न्यास के उद्देश
- भारतीय /वैदिक संस्कृति / वेद ज्ञान प्रचार एवं वैदिक धर्म का प्रचार प्रसार करना एवं महर्षि दयानन्द सरस्वती जी के द्वारा मान्य सिद्धान्तों के अनुसार समाज में वेद प्रचार के कार्यों को क्रियान्वित करना।
- प्रतिभावान अनाथ बच्चों की शिक्षा में योगदान एवं उन्हें अपनी ओर से शिक्षा का अध्ययन करवाना ।
- अनाथ बच्चों को आर्ष गुरुकुलों में पढ़ाना तथा उन्हें विद्वान बनाना ।
- विद्वान,सरल स्वभाव तथा वानप्रस्थी,संन्यासी जो अपने घर व समाज से उपेक्षित है ऐसे उपेक्षितों को सहायता प्रदान करना तथा उनके लिये आश्रय प्रदान करना
- वैदिक पद्धति से समाज को अवगत करना और वैदिक पद्धति के द्वारा ज्ञान उपलब्ध करवाना
- ग्राम नगर आदि मे वैदिक भजनोपदेशक के कार्यक्रम करवाना
- सघन वृक्षारोपण करके पर्यावरण संरक्षण एवं वातावरण को स्वच्छ रखना
- सत्संग के माद्यम से लोगो मे चरित्र निर्माण करना एवं भाईचारे को बढावा देना
- प्रत्येक नगर में विद्वान सज्जनो द्वारा जन समुदाय के लिए प्रवचन करना ओर करवाना
- शिक्षा के प्रसार एवं प्रचार के लिये कार्य करना ओर करवाना एवं आवश्यकतानुसार निर्धन एवं अल्प आय के बच्चो के ज्ञानार्जन हेतु विद्यालय चलना
- उपरोक्त उद्देश्यो की पूर्ति के लिये जो कार्य आवश्यक हो उनका निष्पादन करना करवाना
- इनमें किसी भी सदस्य का व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं है तथा उक्त कार्य बिना राजनैतिक होगे तथा कोई भी कार्य सदस्यो के आर्थिक लाभ की दृष्टि से नहीं किया जायेगा व कोई भी सदस्य प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लाभ नहीं उठा पायेगे
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