हमारे सुख का आधार वैदिक शिक्षाओं का आचरण”
ओ३म् “जन्म-जन्मान्तरों में हमारे सुख का आधार वैदिक शिक्षाओं का आचरण” हम संसार में हमने पूर्वजन्मों के कर्मों का फल भोगने तथा जन्म-मरण के चक्र से छूटने वा दुःखों से मुक्त होने के लिये आये हैं। मनुष्य जो बोता है वही काटता है। यदि गेहूं बोया है तो गेहूं ही उत्पन्न होता है। हमने यदि …